November 12, 2025

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बेमौसम बारिश के चलते धान की फसल का हुआ नुकसान !

राधेश्याम मिश्रा (राष्ट्रीय दिया समाचार) श्रावस्ती

बेमौसम की बारिश किसानो के लिए बनी डायन बन गई है तेज़ बारिश और हवा के चलते , धान की फसलें गिरने से , रबी बुआई प्रभावित हुई है आपको बता दे की श्रावस्ती मे मौसम के बदले मिजाज से तराई के किसान चिंतित हैं। तेज हवा के साथ वृहस्पतिवार को पूरे दिन रुक-रुककर हो रही बारिश से धान की फसल को नुकसान पहुंच रहा है। बारिश ज्यादा हुई तो फसल पूरी तरह खराब हो जाएगी। आजकल धान की फसल का कटाई चल रहा है दस फीसदी फसल कट चुकी है। खेतों में खड़ी फसल तेज हवाओं और खेतों में पानी भर जाने से गिर रही है इससे बालियों के खराब होने की संभावना बनी है, सभी किसानों का धान लगभग पक कर तैयार हो गए हैं। कई किसानों ने फसल की कट ली है तो अधिकतर किसान कटाई भी शुरु कर चुके थे, लेकिन वृहस्पतिवार को अलल सुबह से बूंदाबांदी और दोपहर से रूक-रूक कर झमाझम बारिश ने किसानों को परेशान कर दिया है।

बता दें कि सोमवार को बूंदाबांदी हुई, मंगलवार को भी हल्की बारिश हुई, गुरुवार को दिनभर रुक-रुककर बारिश होती रही। बारिश होने व तेज हवा चलने से खेतों में लगी धान फसलें गिरने लगी हैं।

किसान अवधेश धर दूबे,कृष्ण कुमार तिवारी, राधा मोहन सिंह, उमेश कुमार मिश्र,राजेन्द्र मिश्र, रमजान, फूलमती ने बताया कि बारिश ज्यादा हाेने से पूरी फसल खराब हो जाएगी। कई किसानों को बारिश व हवा से फसल जमीन पर गिर गई है। साथ ही बारिश से रबी फसल की बोआई भी प्रभावित होगी। मटर, मसूर, सहित अन्य दलहन और तेलहन फसल के बीज सड़ने का डर है। खेतों में ज्यादा दिन तक पानी रहने से गेहूं की बोआई में भी परेशानी होगी । इस समय सरसों, आलू की बोआई का समय चल रहा है बारिश के कारण कृषि कार्य प्रभावित हो गया है। जिला उप कृषि निदेशक सुरेन्द्र कुमार चौधरी ने बताया कि बारिश और हवा से धान की फसल को भारी नुकसान होगा। खेत में गिरे धान में लगी बालियां गिरने से सड जाएगी, वहीं पककर तैयार धान सड़ जाएंगे। इससे उत्पादन में भारी गिरावट आएगी। आलू और सरसों के लगाए गए बीज भी पानी के कारण सड़ेंगे, जिससे अंकुरण नहीं होगा।

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