August 3, 2025

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एस0टी0एफ0 उत्तराखण्ड की साईबर क्राईम पुलिस टीम के हाथ लगी बड़ी सफलता, करोड़ो की ठगी को अंजाम देने वाले अंतर्राष्ट्रीय गिरोह का kiya भण्डाफोड, गिरोह के मास्टर माइण्ड को भिलाई, छत्तीसगढ से किया गिरफ्तार !!

 

*एस0टी0एफ0 उत्तराखण्ड की साईबर क्राईम पुलिस टीम ने पूरे भारत वर्ष में ऑनलाइन साइबर धोखाधड़ी करने वाले एक अंतर्राष्ट्रीय गिरोह का भण्डाफोड करते हुये गिरोह के मास्टर माइण्ड को भिलाई, छत्तीसगढ से गिरफ्तार करने मे सफलता हासिल कर ली है उत्तराखंड पुलिस को इस गिरोह के सरगना की काफी समय से थी तलाश,लेकिन आरोपी उत्तराखण्ड पुलिस की भनक पाकर काफी समय तक *नक्सली क्षेत्र दंतेवाडा में छिपा रहा* और स्थिति सामान्य प्रतीत होने पर बाहर निकलते ही उत्तराखण्ड पुलिस टीम के चंगुल में फंस गया आपको बता दे की विगत वर्ष 2024 में सेना से सेवानिवृत्त सुबेदार मेजर के साथ फोरेन इन्वेस्टर कम्पनी APOLLO INDIA PRIVATE EQUTTY (IV) (MAURITIUS) LTD. में ट्रेडिंग/इन्वेस्टमेण्ट के नाम पर 34 लाख 17 हजार रुपये की धोखाधडी के मामले में इस गिरोह का खुलासा हुआ था प्राप्त जानकारी के अनुसार पुलिस महानिदेशक, उत्तराखण्ड, दीपम सेठ* के दिशा निर्देशन में साइबर अपराधियों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई करते हुए साइबर पीड़ितों को न्याय दिलाया जा रहा है। *अभियोग की समीक्षा ADG लॉ और आर्डर डॉ वी मुरुगेसान एवं दिशा निर्देश IG लॉ और आर्डर डॉ नीलेश आनंद भरने द्वारा समय समय पर दिए जाते हैं *वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, एसटीएफ, नवनीत सिंह* द्वारा जानकारी दी गई कि विगत वर्ष जौलीग्राण्ट, भानियावाला, देहरादून निवासी एक वरिष्ठ नागरिक जो कि सेना चिकित्सा कोर में सुबेदार मेजर के पद से सेवानिवृत्त हैं के द्वारा साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन देहरादून में सूचना दर्ज करायी कि मैंने फेसबुक में ट्रेडिग का एक ऐप देखा और वह ऐप डाउनलोड कर लिया और उस ऐप के माध्यम से मैं अपोलो एकेडमी ग्रुप में सम्मिलित हो गया जो कि एक फोरेन इनवेस्टर कम्पनी है जिसका नाम व पता APOLLO INDIA PRIVATE EQUTTY (IV) (MAURITIUS) LTD. REGISTRATION NO-INMUFP136617 TYPE: FPIs/DEEMED FPIs(ERSTWILE F (II) s/QFIS ADDRESS: C/O GFIN CORPORATE SERVICES LTD, LEVEL 6, GFIN TOWER STREET, CYBER CITYCBENE,72201 VALIDITY: – MAY 25TH 2017-MAY 24 2026 इस ग्रुप में एसिसटेंड मिस जसलीन कौर नाम की कथित महिला ट्रेडिगं कराती थी, और एक कस्टमर सर्विस मैनेजर एकाउन्ट्स की डिटेल देती थी और उसमें हमसे पैसे डलवाती थी फिर मुझे जसलीन कौर बात ने एक रजिस्ट्रेशन का फॉर्म भेजा और कहा कि बिना रजिस्ट्रेशन के आप टेड्रिगं नहीं कर सकते है मैने दिनांक 20 अप्रैल 2024 को फॉर्म भरकर जमा कर दिया। इस ग्रुप में एक गुरु भी थे जो शाम को 8 बजे से 9 बजे तक टेड्रिगं के बारे में बताते थे, जिनका नाम जॉन पीटर हुसैन बताया गया। इसके बाद मैंने ट्रेडिगं में पैसे लगाने शुरू कर दियें और भिन्न-भिन्न तिथियों में उनके बताये गये खातों में कुल 34,17,000/- रुपये इन्वेस्ट किये गये। इस प्रकार उक्त साइबर ठगों के द्वारा उसे Apolo India Private Equtty (iv) (Marritius) Ltd में पैसा इन्वेस्ट/ट्रेडिंग करने के नाम पर ठगी की गयी है। इस सूचना पर थाना साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन पर मु0अ0सं0-53/2024 पंजीकृत होकर अभियोग की प्रारंभिक विवेचना निरीक्षक विजय भारती द्वारा सम्पादित की गयी तत्पश्चात अग्रिम विवेचना साइबर थाने पर नियुक्त विवेचक राजेश ध्यानी को सम्पादित करने के निर्देश दिये गये।

प्रकरण की गम्भीरता के दृष्टिगत *वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, एस0टी0एफ0 उत्तराखण्ड के दिशा निर्देशन में मामले का प्रवेक्षण अपर पुलिस अधीक्षक स्वप्न किशोर, पुलिस उपाधीक्षक, अंकुश मिश्रा मिश्रा एवं विवेचना उ0नि0 राजेश ध्यानी* साईबर क्राईम पुलिस स्टेशन, देहरादून के सुपुर्द कर अभियोग के शीघ्र अनावरण हेतु आवश्यक दिशा निर्देश दिये गये ।

साईबर क्राईम पुलिस द्वारा घटना में प्रयुक्त बैंक खातों/ रजिस्टर्ड मोबाइल नम्बरों / व्हाट्सअप की जानकारी हेतु सम्बन्धित बैंकों, सर्विस प्रदाता कम्पनियों, मेटा कम्पनी से पत्राचार कर डेटा प्राप्त किया गया।

 

प्राप्त डेटा के विश्लेषण से घटना के *मास्टर माइण्ड अभियुक्त हर विलास नन्दी* पुत्र विकास नन्दी निवासी मौहल्ला फौजीनगर, पो0 फौजीनगर, ऑद्यौगिक क्षेत्र भिलाई, थाना जामुल, जिला दुर्ग, छत्तीसगढ *का नाम प्रकाश में आया* जिसके खाते में रजिस्टर्ड ई-मेल आई0डी0 *विदेश (फिलीपींस)* में ऑपरेट होना एवं अभियुक्त का सोशल मीडिया फेसबुक अकाउण्ट, मेल आई0डी0 *दुबई में Create* होना पता चला तथा अभियुक्त के खाते से ठगी का पैसा भी अन्य खाते में जाकर थर्ड लेयर पर दुबई में Withdrawal होना प्रकाश में आया।* चिन्हित किया गया उक्त अभियुक्त हर विलास नन्दी अत्यंत ही शातिर था जिसे उत्तराखण्ड पुलिस टीम द्वारा गिरफ्तारी के प्रयासों की भनक लगते ही उक्त अभियुक्त गिरफ्तारी से बचने हेतु अपनी रिश्तेदारी में *नक्सली क्षेत्र दंतेवाडा, छत्तीसगढ में जाकर छिप गया।*

 

*चूकिः इस प्रकरण के तार विदेशों से जुडे होना प्रकाश में आने पर एवं चिन्हित किये गये घटना के मास्टर माइण्ड अभियुक्त की लोकेशन नक्सलवादी क्षेत्र दंतेवाडा में पाये जाने पर उक्त घटना का अनावरण उत्तराखण्ड पुलिस के लिये एक चुनौतीपूर्ण कार्य था।* किन्तु उत्तराखण्ड एस0टी0एफ0/ साइबर पुलिस के कुशल नेतृत्व में अभियुक्त की गिरफ्तारी हेतु जिला दुर्ग (भिलाई), छत्तीसगढ राज्य में घात लगाये बैठी पुलिस टीम हार न मानकर तकनिकी संसाधनों/सहयोग से लगातार अभियुक्त की निगरानी करती रही और जैसे ही स्थिति सामान्य भांप कर अभियुक्त अपनी मांद से बाहर निकला पुलिस टीम द्वारा उसे पकड लिया गया और गिरफ्तार कर अभियुक्त को ट्रांजिस्ट रिमाण्ड पर उत्तराखण्ड देहरादून लेकर आयी। अभियुक्त हर विलास नन्दी उपरोक्त के कब्जे से *UAE, ओमान व अमेरिका की विदेशी मुद्रा, UAE का रेजिडेण्टल कार्ड,* एवं एक भारतीय आधार कार्ड, एक पेन कार्ड, एक एटीएम कार्ड व एक VIVO कम्पनी का मोबाइल फोन मय सिम बरामद हुआ। अभियुक्त एक शातिर अपराधी है जिसके उक्त बैंक खाते को गृह मंत्रालय भारत सरकार द्वारा संचालित NCRP पोर्टल पर चैक किया गया तो उक्त खाते के विरुद्ध *सम्पूर्ण भारत वर्ष में कुल 37 शिकायतें दर्ज होना भी पायी गयी।*

 

उक्त गिरफ्तार अभियुक्त का अन्य आपराधिक इतिहास तलाशा जा रहा है तथा पूछताछ में अभियुक्त द्वारा बताया गया कि वह *10 साल दुबई में रहकर आया है* तथा वर्तमान में हाथखोज भिलाई, जिला दुर्ग, छत्तीसगढ में एक इस्पात कम्पनी में सुपरवाइजर के पद पर कार्य कर रहा था एवं अपने सम्पर्क में आये मजदूरों को लालच देकर व विश्वास में लेकर उनके खाते 50 हजार से 01 लाख रुपये में बेचने का कार्य भी कर रहा था। इसके अतिरिक्त प्रकाश में आये अन्य तथ्यों के आधार पर निकट भविष्य में कई अन्य बडे खुलासे होने की भी सम्भावना है।

 

*अपराध का तरीका* –

साइबर ठगों द्वारा सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म व्हाट्सएप/टेलीग्राम आदि पर ऑनलाइन ट्रेडिंग/इन्वेस्टमेण्ट के ग्रुप बनाकर ट्रेडिंग से मोटा पैसा कमाने का लालच देकर लोगों से विभिन्न फोरेन इन्वेस्टर कम्पनियों के नाम से फर्जी एप डाउनलोड कराकर उनमें ऑनलाइन ट्रेडिंग के नाम पर विभिन्न लेन-देन के माध्यम से रुपये जमा करवाकर ऑनलाइन साइबर धोखाधडी को अंजाम दिया जाता है।

 

*गिरफ्तार अभियुक्त का नाम*

हर विलास नन्दी पुत्र विकास नन्दी निवासी मौहल्ला फौजीनगर, पो0 फौजीनगर, ऑद्यौगिक क्षेत्र भिलाई, थाना जामुल, जिला दुर्ग, छत्तीसगढ, (सम्पर्क मो0नं0-9407781765) उम्र-35 वर्ष

 

*बरामदगी-*

*UAE, ओमान व अमेरिका की विदेशी मुद्रा, UAE का रेजिडेण्टल कार्ड,* एवं एक भारतीय आधार कार्ड, एक पेन कार्ड, एक एटीएम कार्ड व एक VIVO कम्पनी का मोबाइल फोन मय सिम बरामद

*पुलिस टीम-*

1- उ0नि0 राजेश ध्यानी

2- उ0नि0 हिम्मत सिंह

*वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एस0टी0एफ0 उत्तराखण्ड नवनीत सिंह* द्वारा जनता से अपील की है कि वे किसी भी प्रकार के लोक लुभावने अवसरों/फर्जी साइट/धनराशि दोगुना करने व टिकट बुक करने वाले अंनजान अवसरो के प्रलोभन में न आयें । किसी भी प्रकार के ऑनलाईन कम्पनी की फ्रैन्चाईजी लेने, यात्रा टिकट आदि को बुक कराने से पूर्व उक्त साईट का स्थानीय बैंक, सम्बन्धित कम्पनी आदि से पूर्ण वैरीफिकेशन व भली-भाँति जांच पड़ताल अवश्य करा लें तथा गूगल से किसी भी कस्टमर केयर का नम्बर सर्च न करें व शक होने पर तत्काल निकटतम पुलिस स्टेशन या साइबर क्राईम पुलिस स्टेशन से सम्पर्क करें । वित्तीय साईबर अपराध घटित होने पर तुरन्त 1930 नम्बर पर सम्पर्क करें । इसके अतिरिक्त गिरफ्तारी के साथ-साथ साईबर पुलिस द्वारा जन जागरुकता हेतु अभियान के अन्तर्गत हैलीसेवा वीडियो साइबर पेज पर प्रेषित किया गया है। जिसको वर्तमान समय तक काफी लोगो द्वारा देख कर शेयर किया गया है।

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