हिन्दी सिनेमा के जाने माने फिल्म निर्मता , निर्देशक इकबाल दुर्रनी ने हिन्दओ के धर्म ग्रंथ सामवेद को बडी शिद्दत के साथ पढ़ और समंझकर “सामवेद” का उर्दू मे अनुवाद किया है जिसमे इकबाल दुर्रनी को करीब सात साल का समय लगा दुर्रनी जी के इस उर्दू भाषी सामवेद को आरएसएस प्रमुख मोहनभागवत ने भारत की शान लाल किले मे विमोचन किया गया था गौरतलब है कि मुगल सम्राट शाहजहां के बेटे दारा शिकोह ने सामवेद का उर्दू मे अनुवाद करने की कोशिश की थी लेकिन शब्दो की जटिलताओ के चलते दारा शिकोह ने हार मानकर अनुवाद रोक दिया था गौर तलब है कि इकबाल दुर्रनी विश्व के ऐसे पहले शक्श है जिन्हने इस अनुवाद को करने मे सफलता हासिल की है पेश है हमारे संवाददाता की इक़बाल दुर्रनी के साथ बातचीत के कुछ अंश।
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