राजीव भार्गव (राष्ट्रीय दिया समाचार) देहरादून
दिल्ली के एक अस्पताल में लगी आग की घटना के बाद राज्य की सरकार भी अलर्ट दिखाई दी थी जिसके बाद सभी अस्पतालों के लिए sop जारी करते हुए फायर उपकरण को दुरुस्त करने के निर्देश दिए गए थे लेकिन उतराखंड राज्य की राजधानी के सबसे बड़े अस्पताल दून अस्पताल में ही सरकार की sop का कोई असर होता हुआ दिखाई नहीं दे रहा है। गौरतलब है कि दून अस्पताल में प्रतिदिन हजारों की संख्या में मरीज अपना इलाज कराने के लिए आते हैं जबकि कई सौ लोग अस्पताल के विभिन्न वार्डो मे भर्ती रहते हैं जिनकी जान के साथ अस्पताल प्रशासन खिलवाड़ कर रहा है आपको याद होगा दून अस्पताल में पहले भी आग की घटना घटित हों चुकी है लेकिन अस्पताल प्रशासन को इससे कोई असर पड़ता हुआ दिखाई नहीं दे रहा है।। जब हमारे संवाददाता ने दून अस्पताल के डीएमएस डा0 एन एस बिष्ट से जानकारी लेने का प्रयास किया गया तो उनके मोबाइल पर लगातार काल करने के बाद भी उनका फोन नही उठा लेकिन सबसे बडा सवाल ये है कि जब सूबे की राजधानी के सबसे बडे सरकारी अस्पताल में ही फायर सुरक्षा के पुख्ता इंतजामात नहीं है तो अंदाजा लगाया जा सकता है कि दून अस्पताल का सिस्टम किस प्रकार ढर्रे से उतरता जा रहा है।।
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