August 3, 2025

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असिस्टेंट प्रोफेसर आलोक गुप्ता की हत्या करने वाले शाहबाज का हुआ अंत, पुलिस मुठभेड मे लगी चार गोलियां, शव को परिजनों ने लेने से किया इनकार, पूर्व सभासद ने शव लेकर लावारिस की तरह दफनाया।

उत्तर प्रदेश मे कानून का राज का कायम करने मे योगी की पुलिस कतई कोताही नही बरत रही है इसकी ताजा बानगी देखने को मिली शाहजहांपुर मे जहां मीरानपुर कटरा के बाजार मोहल्ले में दिनदहाडे असिस्टेंट प्रोफेसर आलोक गुप्ता की हत्या करने वाले शाहबाज को पुलिस की चार गोलियां लगीं थीं। उसके शव को परिजनों ने लेने से इनकार कर दिया। इस पर पूर्व सभासद ने उसके शव को सुपुर्दे खाक किया।शाहजहांपुर के मीरानपुर कटरा के बाजार मोहल्ले में असिस्टेंट प्रोफेसर आलोक गुप्ता की चाकुओं से गोदकर हत्या करने के आरोपी मोहल्ला सराय निवासी शाहबाज के सीने पर पुलिस ने चार गोलियां मारी थीं। गोलियां आरपार हो गईं। आधी रात में शव का पैनल से पोस्टमार्टम कराया गया। मोहल्ले के लोगों द्वारा शव लेने से इन्कार करने पर पूर्व सभासद ने सुपुर्दे खाक कराया। इस बीच मोहल्ले वाले नमाज-ए-जनाजा में भी शामिल नहीं हुए। मंगलवार तड़के आलोक गुप्ता की हत्या के बाद उनके छोटे भाई प्रशांत द्वारा सिर पर लकड़ी की पटली मारने से घायल हुए बदमाश शाहबाज को लोगों ने पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया था। शाम को कटरा सीएचसी में मेडिकल परीक्षण कराने के बाद पुलिस टीम उसे न्यायालय में पेश करने शाहजहांपुर ला रही थी। रास्ते में पुलिस वाहन के सामने गाय आने पर स्पीड धीमी हुई तो शाहबाज दरोगा इतेश तोमर की सरकारी पिस्टल छीनकर भागने लगा।पुलिस ने पीछा किया तो उसने फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में शाहबाज को गोली लग गई। उसे गंभीर हालात में सीएचसी ले जाया गया, जहां उसकी मौत हो गई थी। लोगों को अंदेशा था कि शव को राजकीय मेडिकल कॉलेज की मोर्चरी में लाया जाएगा। वहां पर पुलिस तैनात कर दी गई थी। पुलिस ने शव को रात करीब डेढ़ बजे सीधे पोस्टमार्टम हाउस में भेज दिया।पैनल के डॉक्टर, फार्मासिस्ट समेत सारे कर्मचारी भी बुला लिए गए। डीएम से अनुमति के बाद कागजी कार्रवाई पूर्ण होने में देरी होने के चलते रात करीब तीन बजे पोस्टमार्टम शुरू हो सका। दो से तीन घंटे तक पोस्टमार्टम की कार्रवाई चली शाहबाज को भागने के दौरान सीने पर पुलिस की चार गोलियां लगी हैं, जो आरपार हो गईं थीं। दोपहर करीब एक बजे शव को पुलिस ने अपनी सुपुर्दगी में लिया और कटरा लेकर पहुंची।आलोक गुप्ता की निर्दयतापूर्वक हत्या के आरोपी शाहबाज को अपनों के हाथों से मिट्टी भी नसीब नहीं हो सकी। शाहबाज की गिरफ्तारी के बाद बड़ा भाई साबिर भी गायब हो गया था। बहनें भी इधर-उधर हो गईं थीं। शव को सुपुर्दगी में लेने की बारी आई तो मोहल्ले के लोगों ने डर के मारे शव को लेने इन्कार कर दिया। मकान में ताला पड़ा होने के चलते पुलिस शव को लेकर नगर पंचायत के जलकल विभाग में पहुंची। यहां पूर्व सभासद मोहम्मद जाकिर ने संवेदना दिखाते हुए गुस्ल की रस्म कराई। इसके बाद नायब तहसीलदार सतेंद्र कटियार, इंस्पेक्टर प्रवीण सोलंकी की मौजूदगी में ईदगाह के कब्रिस्तान में कब्र को खुदवाया गया। जनाजे की नमाज मस्जिद छितियान के इमाम मोहम्मद हनीफ ने पढ़ाई। उसके बाद शव को सुपुर्द-ए-खाक कर दिया। उसके जनाजे में भी मोहल्ले के लोग शामिल नहीं हुए। जनाजे की नमाज में भी मात्र आठ से दस लोग ही थे। आलोक गुप्ता के परिजनो ने पुलिस की इस कार्यवाही को सही ठहराया है और अन्य आरोपीयो पर भी कडी कार्यवाही की मांग की है।

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