December 26, 2024

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मिस काल से परवान चढे प्यार पर लुटा दी दौलत,खुद के अपहरण की भी गढ दी कहानी, पुलिस ने सारे मामले का कर दिया पर्दाफाश।

दिल्ली की एक युवती से हनीट्रैप का शिकार होकर भूमि बेचकर मिली अपनी रकम गंवा बैठे दसवीं फेल प्रेमी युवक ने परिजन की डॉट डपट से बचने की खातिर अपने ही अपहरण की कहानी रचकर दस लाख की फिरौती की मांग कर डाली। पथरी पुलिस ने 48 घंटे के अंतराल में इस अपहरण की अजीबोगरीब मिस्ट्री को सुलझाते हुए युवक को गाजियाबाद के रेलवे स्टेशन से बरामद कर लिया, जिसके बाद पूरी अपहरण की हकीकत का परत दर परत खुलासा होता चला गया। मजे की बात यह है कि जनवरी माह से दिल्ली की युवती के प्रेम में गिरफ्तार युवक की उससे मुलाकात तक न हो पाई। युवक को फटकार लगाते हुए हरिद्वार पुलिस ने उसका पुलिस एक्ट के तहत चालान कर हिदायत देकर छोड़ दिया।

खुद अपहरण की रची साजिश, ऐसे आई पकड़ में

क्षेत्र के गांव बहादरपुर जट निवासी इंतजार पुत्र शकूर ने अपने भतीजे सहबान पुत्र नूर हसन का अपहरण होने की सूचना दी थी। बताया था कि मोबाइल फोन एप्लीकेशन व्हटसप पर एक मोबाइल फोन नंबर से मिले मैसेज में भतीजे का अपहरण होने की जानकारी मिली थी। उसे छोड़ने की एवज में दस लाख की फिरौती की मांग की गई थी। एसओ पथरी रविंद्र सिंह ने जब मोबाइल फोन नंबर की आईडी निकाली तब वह मोबाइल नंबर सहबान के नाम पर रजिस्टर्ड होना सामने आया। एक बारगी पुलिस का माथा ठनका। फिर पुलिस ने मोबाइल फोन नंबर की लोकेशन गाजियाबाद यूपी में होने पर फोकस करते हुए गाजियाबाद पुलिस की मदद से रेलवे स्टेशन से युवक को बरामद कर लिया। उसके बाद ही कहानी सामने आई।

कौन है दिल्ली की हसीना

जनवरी माह में एक मिस कॉल से युवक का प्रेम प्रसंग युवती से परवान चढ़ा था। युवक से बातचीत करते हुए युवती ने उससे करीब एक लाख की रकम हड़प ली थी, उसके बाद से मोबाइल फोन स्विच ऑफ चला आ रहाथा। हनीट्रैप में फंसकर युवक ने जो रकम उड़ा दी थी, असल में वह रकम उसकी पैतृक भूमि बेचकर मिली थी। परिजन उससे रकम की डिमांड कभी भी कर सकते थे, लिहाजा युवक ने अपरहण का ड्रामा रच डाला। उसे पता था कि परिजन के पास मौजूदा समय में रकम है, वह उसे छुड़ाने की एवज में रकम आसानी से दे देंगे। गाजियाबाद रेलवे स्टेशन पर ही उसने फिरौती की रकम वसूलने की प्लानिंग की थी।

 

 

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