August 4, 2025

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प्राइवेट अस्पताल बना मौत का अड्डा: एक ही दिन में दो महिलाओं की ऑपरेशन के दौरान हुईं मौत, बहादराबाद क्षेत्र में फैले नर्सिंग होमों की खुली पोल ।

राजीव शास्त्री (राष्ट्रीय दिया समाचार) हरिद्वार

हरिद्वार मे प्राइवेट अस्पताल मौत के अड्डे बनते जा रहे है बाहदराबाद के माँ गंगा अस्पताल मे एक ही दिन में दो महिलाओं की ऑपरेशन के दौरान मौत होने से लोगो मे आक्रोश फैला हुआ है जिसके बाद, बहादराबाद क्षेत्र में फैले नर्सिंग होमों की पोल खुली खुल गई है स्थानीय लोगो ने सवाल उठाया है कि आखिर कब जागेगा स्वास्थ्य विभाग और कब थमेगा प्राइवेट हॉस्पिटलों का यह बेलगाम कारोबार? अधिकतर अस्पतालो अयोग्य स्टाफ और बीएएमएस डॉक्टरों के भरोसे संचालित हो रहे है जिसके चलते नर्सिंग होम, मरीजों की जान से खिलवाड़ कर रहे है आपको बता दे की हरिद्वार के बहादराबाद क्षेत्र में बेतरतीब ढंग से संचालित हो रहे प्राइवेट नर्सिंग होमों की लापरवाही एक बार फिर सामने आई है। मां गंगा मैटरनिटी एंड आई केयर हॉस्पिटल में डिलीवरी के लिए लाई गई दो महिलाओं की ऑपरेशन के दौरान संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। इस घटना से परिजनों में आक्रोश फैल गया और उन्होंने अस्पताल में जमकर हंगामा काटा।आक्रोशित परिजनों का आरोप है कि डिलीवरी के दौरान डॉक्टरों की घोर लापरवाही के चलते दोनों महिलाओं की जान गई है। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और बड़ी मुश्किल से स्थिति को संभाला। वहीं, डॉक्टर सहित पूरा स्टाफ मौके से फरार हो गया।घटना के बाद परिजनों ने बहादराबाद थाने में लिखित तहरीर देकर डॉक्टर और अस्पताल स्टाफ के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।स्थानीय लोगों का कहना है कि बहादराबाद क्षेत्र में कई निजी अस्पताल बिना पर्याप्त संसाधनों और विशेषज्ञ डॉक्टरों के संचालन कर रहे हैं, जिससे ऐसी घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं।सूत्रों की मानें तो उक्त अस्पताल में न तो एमबीबीएस डॉक्टर थे और न ही लाइसेंसधारी नर्सें। अस्पताल प्रशासन द्वारा नियमों की खुली धज्जियां उड़ाई जा रही हैं।स्वास्थ्य विभाग की चुप्पी भी सवालों के घेरे में है। न तो नियमित जांच की जाती है और न ही ऐसे संस्थानों के खिलाफ कोई सख्त कार्रवाई होती है। जानकारों का मानना है कि यदि समय रहते कार्रवाई नहीं की गई तो यह स्थिति और भी भयावह रूप ले सकती है।जनता ने प्रशासन से मांग की है कि अवैध रूप से चल रहे नर्सिंग होम्स की जांच कर कठोर कदम उठाए जाएं, ताकि लोगों की जान से इस तरह का खिलवाड़ बंद हो सके।

 

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