September 6, 2025

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न्यू दून ब्लोशम स्कूल की न्वया मित्तल ने कक्षा 10 मे 97 प्रतिशत अंको से पास कर स्कूल का नाम किया रोशन, स्कूल निदेशक प्रधानाचार्य और हैड मिस्ट्रेस ने मिठाई खिला कर दी उज्वल भविष्य की शुभकामनाऐ।

*जितना आसान है,किसी की तरफ ऊंगली उठाना ,*

*…उतना ही कठिन है, किसी को ऊंचा उठाने के लिए उसकी ऊंगली पकड़ना !*

ये लाईने शायद किसी शायर ने राजधानी के प्रसिद्ध स्कूल “न्यू दून ब्लोशम ” स्कूल के टीचरो के लिए ही लिखी है क्योकि इस स्कूल के हर बच्चे के भविष्य को उज्वल करने के लिए कुशल कुम्हर की तरह कच्ची मिट्टी को सुंदर आकार दिया जाता है जिसका जीता जागता उदाहरण है कक्षा 10 मे पढने वाली छात्रा नव्या मित्तल जिसने बिना कीसी कोचिंग के केवल स्कूल मे पढाने वाली शिक्षिकाओ के कुशन निर्दशन मे 97% अंक प्राप्त कर अपने माता पिता के साथ-साथ स्कूल का नाम रोशन कर किया परिक्षा परिणाम घोषित होने के बाद जब नव्या मित्तल ने स्कूल निदेशक मीनाक्षी दिक्षित का मुंह मीठा कराया तो निदेशक और उनके साथ मौजूद प्रधानाचार्य प्रतिभा शर्मा सहित हैड मिस्ट्रेस सीमा मोहन ने भी नव्या को आशिर्वाद देते हुए मोतीचूर का लड्डू खिलाया स्कूल निदेशक के पूछने पर नव्या ने बताया कि वह भविष्य मे डाक्टर बनना चाहती है जिसके लिए उसकी टीचरो का उसे पूरा सहयोग और मार्गदर्शन मिल रहा है न्यू दून ब्लोशम के जनसंपर्क अधिकारी मनीश गर्ग ने बताया कि नव्या पढाई लिखाई मे काफी गंभीर किस्म की छात्रा है उनका कहना है कि नव्या ने कक्षा 1 से लेकर अब तक की पढाई न्यू दून ब्लोशम स्कूल से ही प्राप्त की है नव्या पढने मे तो होशियार है ही साध ही साथ नव्या की स्कूल मे उपस्तिथी भी सामान्य से ज्यादा ही रही है उन्होने बताया कि स्कूल के सभी शिक्षिक और शिक्षिकाऐ बच्चो को उनके उज्वल भविष्य की चिंता करते हुए बच्चो को प्यार के साथ साथ अनुशासन का पढ भी पढाती है जिस तरह से कुम्हार सही आकार देने के लिए थपथपाता जरूर है लेकिन मंशा उसे कुशल बनाना होता है अंत मे राष्ट्रीय दिया समाचार परिवार नव्या मित्तल को उसके उज्वल भविष्य की कामना के साथ उसे बधाई प्रेषित करता है और शिक्षक शिक्षिकाओ की तरफ से कहता है कि,

*कपड़े पर सुई चलती हैं,*
*तो बेहतरीन पोशाक बनाती हैं,*
*हर चुभने वाली चीज़ का*
*मकसद बुरा नहीं होता !*

 

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