उत्तराखंड में कई ऐसे मंदिर एवं शक्तिपीठ हैं जो भगवती दुर्गा को समर्पित है। मगर आज हम आपको उत्तराखंड में स्थित एक ऐसे मंदिर के बारे में बताएंगे जो देवी पार्वती को समर्पित है और भगवती पार्वती के मुख्य मंदिरों में से एक माना जाता है। उत्तराखंड में स्थित गर्जिया देवी मंदिर रामनगर से 15 किलोमीटर आगे कोसी नदी के किनारे बसा है और एक टीले पर स्थित है। यह देवी पार्वती के स्वरूप गर्जिया देवी को समर्पित है। इस मंदिर को गर्जिया देवी मंदिर या गिरिजा देवी मंदिर के नाम से जाना जाता है। गर्जिया देवी मंदिर में देवी गिरिजा के साथ-साथ भगवान भोलेनाथ और भैरव नाथ का मंदिर भी स्थित है। कहते हैं कि देवी गिरिजा के मंदिर से पहले भक्तों को भैरवनाथ मंदिर के दर्शन करने होते हैं तभी गर्जिया देवी मंदिर के दर्शन संपूर्ण माने जाते हैं इसी आस्था और विश्वास के चलते आज मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जनपद नैनीताल के विकासखण्ड रामनगर स्थित गर्जिया देवी मंदिर के मुख्य टीले को आपदा प्रबंधन के तहत कोसी नदी की बाढ़ से बचाव हेतु सुरक्षात्मक कार्य योजना के लिए रूपये 579.11 लाख की वित्तीय स्वीकृति प्रदान की है।
इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने जनपद उत्तरकाशी की नगर पंचायत पुरोला को तृतीय श्रेणी की नगर पालिका परिषद् के रूप में उच्चीकरण/वर्गोत्थान किये जाने हेतु पर भी सहमति प्रदान की गई है।
मुख्यमंत्री द्वारा नगर पंचायत कालाढूंगी, जिला नैनीताल को तृतीय श्रेणी की नगर पालिका परिषद के रूप मे उच्चीकरण/वर्गोत्थान किये जाने संबंधी प्रस्ताव को भी अनुमोदन प्रदान कर दिया गया है। वर्तमान में नगर पंचायत कालाढूंगी की अनुमानित जनसंख्या लगभग 18000 से अधिक है। इस संबंध में पूर्व में कैबिनेट द्वारा अनुमोदन प्रदान करने हेतु मुख्यमंत्री को अधिकृत किया गया था।

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