December 24, 2025

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उप जिलाधिकारी प्रताप नगर ने पर्यटन गेस्ट हाउस, झील एवं झील परिसर के संचालन का किया निरीक्षण,रिसाव के चलते झील मिली जल विहीन ,छत से चपक रहा पानी दिवारो का सीलन से हुआ बुरा हाल,तीन साल पहले करीब सवा दस करोड की लागत से बना था गेस्टहाउस,कमाई के नाम पर फिसड्डी हुआ साबित।

उप जिलाधिकारी प्रताप नगर द्वारा ग्राम में पर्यटन विकास परिषद द्वारा एडीबी के अंतर्गत निर्मित अवस्थापना विकास कार्यों के अंतर्गत निर्मित गेस्ट हाउस, झील एवं झील परिसर के संचालन का निरीक्षण किया गया।
निरीक्षण के दौरान पाया गया कि पर्यटन विभाग के स्तर से उक्त कार्य वर्ष 2020 में रुपए 10 करोड़ 18 लाख में पूर्ण किया गया है तथा इसका संचालन ग्राम संगठन मुखेम.की महिलाओं को सोपा गया है। यह भी पाया गया कि गेस्ट हाउस तथा अन्य सुविधाओं का व्यापक प्रचार प्रसार न किए जाने के कारण पर्यटकों की आवाजाही न्यून है।

ग्राम संगठन की अध्यक्ष श्रीमती प्रमिला देवी तथा सदस्य श्रीमती अनीता सेमवाल द्वारा जानकारी दी गई कि विभाग के स्तर से वेबसाइट या पोर्टल न होने के कारण पर्यटकों को इसकी जानकारी नहीं मिल पा रही है ।

इसके साथ ही उनके द्वारा जानकारी दी गई कि ग्राम संगठन की महिलाओं को विकासखंड स्तर से मात्र 6 दिवसीय हाउसकीपिंग का प्रशिक्षण प्रदान किया गया है। महिलाओं द्वारा उप जिलाधिकारी प्रताप नगर से कुकिंग ,रिसेप्शन तथा झील संबंधी सुविधाओं के संबंध में भी प्रशिक्षण की मांग की गई।
निरीक्षण मे पाया गया कि गेस्ट के भवन की छत टपक रही है । दीवारों में सीलन आ चुकी है। गेस्ट हाउस में पेयजल की पर्याप्त सुविधा नहीं है । झील में वर्षा जल संग्रहण होने के बावजूद भी रिसाव हो रहा है जिस कारण निरीक्षण के दौरान झील खाली पाई गई।
झील परिसर में वाकिंग ट्रेक, कॉफी हाउस , शौचालय , हवा घर आदि निर्मित किए गए हैं किंतु उनका कोई उपयोग नहीं हो रहा है। वाकिंग ट्रेक को निर्माणाधीन पेयजल टंकी की एजेंसी द्वारा क्षतिग्रस्त कर दिया गया है।
प्रकरण में अग्रिम कार्रवाई हेतु जिलाधिकारी टिहरी गढ़वाल को रिपोर्ट प्रेषित की जा रही है।

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