
सोनू कुमार (राष्ट्रीय दिया समाचार) नैनीताल
उत्तराखण्ड की नौकुचियाताल झील में आर्टिफिशियल रैस्पिरेशन(एरियेशन)से निकल रही गंदगी और दुर्गन्ध से पर्यटक और स्थानीय लोग परेशान है। झील के आसपास रहने वाले स्थानीय लोगों और नाव चालकों ने सिंचाई विभाग के खिलाफ नारेबाजी की और झील की सफाई जल्द से जल्द करने की मांग करी।
नौकुचिताल में आक्सीजन की मात्रा बढ़ाने और झील को साफ सुथरा रखने के उद्देश्य से वर्ष 2015 में सरकार ने 12 करोड़ और 70 लाख रुपए लगाकर 3 एरियेशन प्लांट लगाए थे। सरकार ने ग्लोबल एक्वा ट्रीटमेंट टेक्नोलॉजी कंपनी को ठेका दिया था, जिसमें कंपनी का अनुबंध एरियेशन प्लांट सुचारू करने और गंदगी को भी हटाने की जिम्मेदारी थी। कंपनी के गंदगी नहीं उठाने से गंदगी झील की सतह पर जमा हो गई और उससे दुर्गन्ध आ रही है। झील के आसपास लोगों का जीना दुभर हो गया। आन्दोलनरत जिला पंचायत सदस्य अनिल चुनौतियां ने कहा कि ठेकेदार की इस अनदेखी से स्थानी लोगों में जमकर गुस्सा है। नौकुचियाताल निवासियों ने गंदगी नहीं उठाने पर आंदोलन और आमरण अनशन की चेतावनी दी है। साथ ही, इनके पंपों पर ताला लगाने की बात भी कही गई है।


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