August 4, 2025

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दिव्यांग बुजुर्ग फरियादी की पुकार पर दौडे कप्तान,आफिस की कुर्सी छोड पहुंचे फरियादी के पास,समस्या का निराकरण करके सम्मान के साथ सरकारी गाडी से भिजवाया घर।

 

थाने चौकियो मे आये दिन पुलिस के दुर्व्यवहार की खबरे तो आपने कई बार सुनी और देखी होगी लेकिन अगर हम आपसे कहे कि राजधानी का कप्तान खुद अपने आफिस और मातहत को छोड कर एक दिव्यांग बुजुर्ग की पुकार सुन कर दौडा दौडा पुलिस आफिस से नीचे उतर कर उस बुजुर्ग दिव्यांग की फरियाद सुनता है बल्कि उस बुजुर्ग की मदद के लिए चौकी प्रभारी को ही मौके पर बुलाकर समस्या का समाधान करने के बाद भविष्य मे बुजुर्ग की हर परेशानी को दूर करने का आदेश तक दे देते है और हद तो तब होती है जब सीओ प्रेमनगर की सरकारी गाडी से घर तक छोडने का आदेश दे देते है जी हा ये कीसी फिल्म का सीन नही बल्कि देहरादून के पुलिस आफिस मे सैकडो लोगो की आखो के सामने घटा है जब दिनांक: 02-01-2023 को एक 85 वर्षीय बुजुर्ग दिव्यांग व्यक्ति श्री वंशीधर मेहंदीरत्ता अपनी शिकायत के संबंध में श्रीमान पुलिस उपमहानिरीक्षक/वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून महोदय से मिलने हेतु पुलिस कार्यालय देहरादून आये, किंतु दिव्यांगता के कारण वह सीढियां चढने के असमर्थ थे, जिसकी सूचना प्राप्त होते ही श्रीमान पुलिस उपमहानिरीक्षक/वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून महोदय अपने कार्यालय से बाहर निकलकर स्वयं उक्त दिव्यांग व्यक्ति से मिलने उनके पास गए तथा उनसे उनकी समस्याओं के सम्बन्ध में जानकारी ली। उक्त बुजुर्ग व्यक्ति द्वारा बताया गया कि उनका पुत्र व पुत्रवधु उनको लगातार प्रताडित करते हैं, जिससे वह काफी त्रस्त हो चुके हैं। जिस पर महोदय द्वारा तत्काल मौके पर सम्बन्धित चौकी प्रभारी को बुलाकर उक्त प्रकरण में तत्काल अभियोग पंजीकृत कर आवश्यक विधिक कार्यवाही किये जाने हेतु निर्देशित किया गया। साथ ही यह भी आदेश दिये कि पुलिस समय-समय पर उक्त बुजुर्ग व्यक्ति के घर जाकर उनकी कुशलक्षेम लेते हुए यदि उन्हें किसी भी प्रकार की समस्या हो तो उनकी यथासम्भव सहायता करना सुनिश्चित करें। इसके उपरान्त महोदय द्वारा मौके पर ही खड़ी क्षेत्राधिकारी प्रेमनगर के सरकारी वाहन से उक्त बुजुर्ग व्यक्ति को ससम्मान उनके घर भिजवाया गया, जिसका बुजुर्ग व्यक्ति द्वारा तहेदिल से धन्यवाद करते हुए उत्तराखण्ड पुलिस की कार्यशैली एवं दून पुलिस के व्यवहार की भूरी-भूरी प्रशंसा की गयी।

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