August 2, 2025

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अब 2015,2016 दरोगा भर्ती भी रडार पर ,जांच के दिये आदेश

 

 

देहरादून — मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने 2015-16 में पुलिस में एसआई भर्ती की भी जांच के आदेश दे दिए हैं धामी ने कहा कि भर्तियों में किसी तरह की गड़बड़ियां बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने दोषी पाए जाने वाले के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून से लेकर गैंगस्टर और संपत्ति की जब्ती की कार्रवाई करने के भी निर्देश दिए हैं।

पुलिस मुख्यालय ने वर्ष 2015-16 में हुई पुलिस दरोगा भर्ती की विजिलेंस या किसी दूसरी अन्य स्वतंत्र एजेंसी से जांच कराने का प्रस्ताव शासन को भेजा हैं। मुख्यमंत्री ने तुरंत जांच की मंजूरी दे दी, सरकार के इस फैसले के बाद इस बेंच के दोनों गांव में हड़कंप मच गया।

पंतनगर विश्वविद्यालय ने दरोगाओ के 339 पदों पर भर्ती परीक्षा का आयोजन किया था। उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के भर्ती घपले के अलावा दो और भर्तियों की जांच एसटीएफ को मिलने के बाद 2015-16 की भर्ती पर सवाल उठाने वाली तमाम पोस्ट सोशल मीडिया पर वायरल हो गई, लगातार उठ रहे सवाल दूसरी भर्तियों में खुलासे करने वाला पुलिस महकमा अपनी ही भर्तियों की जांच क्यों नहीं कर रहा है सूत्रों ने माने तो पुलिस ही पुलिस वालों की जांच करती है तो इस पर सवाल उठना लाजमी था। इसी कारण पुलिस मुख्यालय ने इसकी जांच विजिलेंस या किसी दूसरी अन्य स्वतंत्र एजेंसी से जाँच कराने का प्रस्ताव गृह विभाग को भेजा था।

हाकम सिंह के साथ दो दरोगाओ की फोटो वायरल हुई थी यह मामला तब खुला जब हाल ही मे हुई भर्ती के मुख्य आरोपी हाकम सिंह रावत के साथ वर्ष 2015-16 की भर्ती के समय दो दरोगाओ की फोटो वायरल हुई, सोशल मीडिया पर खुद हाकम सिंह ने इसे डाला था। इन दरोगाओ को उसने छोटा भाई कहकर भी संबोधित किया था,और कहा था कि वह इन्हें ट्रेनिंग ज्वाइन कराने के लिए लाया है मामले के सोशल मीडिया पर जोर पकड़ने के बाद पुलिस पर इस भर्ती की भी जांच कराने का भी दबाव बढ़ गया।

हाकम सिंह और चन्दन मनराल ने कई और के नाम भी बताएं- दरोगा भर्ती की जांच की मांग को पुलिस मुख्यालय ने सिर्फ भर्ती घपले में गिरफ्तार हाकम की फोटो के आधार पर नहीं माना, सूत्रों का कहना है एसटीएफ की पूछताछ में हाकम ने कुछ दरोगा के नाम का खुलासा भी किया है इसके अलावा भर्ती काफिले में गिरफ्तार रामनगर के खनन कारोबारी चंदन मनराल और यूपी के केंद्रपाल के भी कई दरोगाओ के नाम STF की पूछताछ मे बताएं हैं।

इन सभी नामों को जांच में शामिल कर लिया गया है, पंतनगर विवि. के पूर्व एआरओ से पूछताछ मे कुछ और भर्ती से जुडी बाते सामने आई हैं।

इस परीक्षा मे 17606 अभ्यर्थी शामिल हुए थे परीक्षा…. 5 अप्रैल 2015 में पंतनगर विश्वविद्यालय की ओर से आयोजित की गई इस परीक्षा में 17606 अभ्यर्थी शामिल हुए थे। यह भर्ती सिविल पुलिस पीएससी और अभिसूचना उप निरीक्षक पदों के लिए की गई थी। सफल अभ्यर्थियों में 104 महिलाएं भी शामिल थी। भर्ती के परिणामो मे टॉपर की लिस्ट भी निकली गई थी।

मुख्यमंत्री ने कहा की भर्तियों मे किसी भी प्रकार की गड़बड़ी बर्दास्त नहीं की जाएगी, दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून से लेकर गैंगस्टर और संपत्ति को जप्त करने तक की कार्रवाई की जाएगी। मुख्यमंत्री ने भर्ती घोटालों में कार्रवाई के लिए पुलिस और एसटीएफ को फ्री हैंड किया हैं। अब तक एसटीएफ ने 30 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया है सीएम के सख्त रुख के चलते STF ने खुलकर कार्रवाई की है नौकरी बेचने वालों को एक के बाद एक सलाखों के पीछे भेजने में कामयाब रही है मुख्यमंत्री ने दरोगा भर्ती की जांच बिठाकर कांग्रेस को भ्रष्टाचार के मुद्दे पर बैक फुट पर लाकर खड़ा कर दिया है। विजिलेंस की जांच के आदेश के बाद कांग्रेस अब काफ़ी पीछे नज़र आ रही हैं। दरअसल पेपर लीक मामले कांग्रेस खासी मुखर हैं, लेकिन अब पुलिस भर्ती के मामले में खुद कांग्रेसी कटघरे में खड़े हैं वर्ष 2015 की यह भर्ती कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में हुई थी बताया गया कि शुक्रवार को ही मुख्यमंत्री ने जांच की मंज़ूरी देदी थी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि भर्ती घोटाले में एक एक आरोपी को जेल भेजा जाएगा उन पर ऐसी कार्रवाई करें कि भविष्य में कोई ऐसा करने की सोच भी ना सके। युवा आप स्वस्थ रहें एक ठोस व्यवस्था बनाई जा रही है जिससे कोई भी भर्ती परीक्षा में गड़बड़ी करने में सफल नहीं होगा।

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