July 18, 2025

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उत्तराखंड के इतिहास मे पहली बार उत्तर भारत एवम पूर्वी भारत की पूजा पद्धति का संयुक्त मिलन

उत्तराखंड के इतिहास मे पहली बार उत्तर भारत एवम पूर्वी भारत की पूजा पद्धति का संयुक्त मिलान कर आयोजन किया जा रहा है, इस अवसर पर श्री अभय मठ शक्ति पीठ लक्ष्मण चौक देहरादून में नवरात्रों में आयोजित किए जाने वाले भव्य नवरात्रि पर श्री दिगंबर राजेश पुरी जी महाराज और श्री श्री 108 महंत रवीन्द्र पुरी जी महाराज के सानिध्य में देव भूमि उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में पहली बार इस तरह की पूजन का भव्य आयोजन किया जा रहा है जिसमें कोलकाता से विद्वान ब्राह्मणों को बुलाकर यह पूजन संपन्न कराया जाएगा। 25 तारीख की प्रातः 4:00 से महालय पर माँ शक्ति के महिषासुर मर्दानी स्वरुप का आवाहन किया जाएगा विद्वान आचार्य अवधेश भगत जी की वाणी में I यह पहला अवसर है जब लक्ष्मण चौक को भव्य तरीके से विद्युत सजावट तथा तोरण द्वार से सजाया गया है I स्थानीय श्रद्धालुओं में भी काफी उत्सुकता देखने को आ रहा है इस कार्यक्रम की खासियत यह है की प्रथम बार उत्तर भारत एवम पूर्वी भारत की पूजा पद्धति का संयुक्त मिलान कर आयोजन किया जा रहा है, श्री अभय मठ महिला मंडल के संरक्षक विनय गोयल ने बताया कि श्री अभय मठ में मां कात्यायनी मां भद्रकाली,एवम मां सरस्वती का स्वरूप स्थापित किया गया है यह हिंदुस्तान का तीसरा ऐसा मंदिर है जिसमे यह स्थापित है, पहला झंडेवालान, दूसरा वैष्णो देवी में तीसरा श्री अभय मठ लक्ष्मण चौक में स्थापित किया गया है,इसी क्रम में मीडिया प्रभारी गोपाल सिंघल ने बताया कि ,26 सितंबर से प्रतिदिन शाम को भजन संध्या के आयोजन किया जा रहा है,जिसमे देश के प्रसिद्ध भजन गायक अपनी आवाज से मां का गुणगान करेंगे,

मां वैष्णो देवी के दरबार से मां के भक्त जयपाल जी भी अपनी मधुर वाणी से मैया की आराधना करने आ रहे हैं। एक अक्टूबर से 5दिसंबर तक बंगाली पद्धति से पूजन किया जायेगा,जिसमे षष्टी पूजा,सप्तमी अष्टमी नवमी तिथि का पूजन किया जायेगा एवम दशमी तिथि को सभी सुहागिन महिलाएं माता के साथ सिंदूर खेला करेंगी,उसमे पश्चात यह सभी कार्यक्रम समापन होंगे।प्रेस वार्ता में दिगंबर राजेश पुरी, महिला मंडल के संरक्षक विनय गोयल,अध्यक्ष रीना मेंहदीरत्ता,शिखर कुच्छल,मीडिया प्रभारी गोपाल सिंघल उपस्थित रहे।

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